माहिया गीत (माँ)
खिलती फुलवारी है
ममता की मूरत
माँ होती प्यारी है
हर सुख दुख सहती है
लेकिन छाँव बनी
बच्चों पर रहती है
इस जग से न्यारी है
ममता की मूरत
माँ होती प्यारी है
माँ कड़वी गोली है
लेकिन दिल की वो
बच्चों सी भोली है
फूलों की क्यारी है
ममता की मूरत
माँ होती प्यारी है
लग मोल नहीं सकता
माँ की ममता को
जग तोल नहीं सकता
भगवान हमारी है
ममता की मूरत
माँ होती प्यारी है
माँ लोरी गाती है
आँचल से ढककर
जब हमें सुलाती है
जाती बलिहारी है
ममता की मूरत
माँ होती प्यारी है
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद
24.06.2021