माहिया गीत। जय जय दशरथ नन्दन
जय जय दशरथ नन्दन
भगवन पुरुषोत्तम
स्वीकार करो वंदन
सरयू का तट सुंदर
धाम अयोध्या है
प्रभु बैठे आसन पर
अद्भुत है सिंहासन
भगवन पुरुषोत्तम
स्वीकार करो वंदन
ये राम जन्म धरती
राम नाम की धुन
कण कण पावन करती
आये करने दर्शन
भगवन पुरुषोत्तम
स्वीकार करो वंदन
हम कथा सुनाते हैं
रामचरित मानस
श्रद्धा से गाते हैं
हैं भाव सुमन अर्पण
भगवन पुरुषोत्तम
स्वीकार करो वंदन
डॉ अर्चना गुप्ता
26-11-2021