कब राम तुम आओगे
कब राम तुम आओगे
रामराज्य फिर से
धरती पर लाओगे
पग पग पर रावण हैं
धर्मपरायण पर
मिलते न विभीषण हैं
कब दुष्ट मिटाओगे
रामराज्य फिर से
धरती पर लाओगे
इंसान हुये पत्थर
दो चरणों की रज
आ जाओ धरती पर
कब दरस दिखाओगे
रामराज्य फिर से
धरती पर लाओगे
मिलता भी भरत नहीं
लक्ष्मण के जैसा
भाई का भगत नहीं
कब गले लगाओगे
रामराज्य फिर से
धरती पर लाओगे
असुरक्षित है नारी
अधर्मिता अब तो
संस्कारों पर भारी
कब लाज बचाओगे
रामराज्य फिर से
धरती पर लाओगे
अब सभी अकेले हैं
आस पास चाहें
रिश्तों के मेले हैं
कब प्यार बढ़ाओगे
रामराज्य फिर से
धरती पर लाओगे
श्री रामलला मंदिर
बना अयोध्या में
ये जीत मिली आखिर
खुशियाँ बरसाओगे
रामराज्य फिर से
धरती पर लाओगे
05-08-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद