माले मुफ़्ते बे – रहम
तमाम लोगो पर उनका रहमों करम है।
वो उनके ही हैं ये कितनों को भरम है।
बाकलम खुर्द के बेताज़ बादशाह हैं ,
पर आज भी वो माले मुफ़्ते बे -रहम हैं।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
तमाम लोगो पर उनका रहमों करम है।
वो उनके ही हैं ये कितनों को भरम है।
बाकलम खुर्द के बेताज़ बादशाह हैं ,
पर आज भी वो माले मुफ़्ते बे -रहम हैं।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी