Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Dec 2023 · 1 min read

2843.*पूर्णिका*

2843.*पूर्णिका*
🌷 साथ समय के चलना सीखो🌷
22 22 22 22
साथ समय के चलना सीखो।
इतिहास नया गढ़ना सीखो।।
क्या होगा जीवन में अपने।
राज सभी तुम पढ़ना सीखो ।।
सच पूछे तो माने कैसे।
झूठे वक्त से लड़ना सीखो।।
सपने सुंदर साकार यहाँ ।
परिश्रम अपना करना सीखो।।
दुनिया अपनी प्यारी खेदू।
मंजिल पथ पर बढ़ना सीखो।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
21-12-2023गुरुवार

68 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-454💐
💐प्रेम कौतुक-454💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बर्दाश्त की हद
बर्दाश्त की हद
Shekhar Chandra Mitra
2705.*पूर्णिका*
2705.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भविष्य..
भविष्य..
Dr. Mulla Adam Ali
जिसमें हर सांस
जिसमें हर सांस
Dr fauzia Naseem shad
संबंध अगर ह्रदय से हो
संबंध अगर ह्रदय से हो
शेखर सिंह
'रामबाण' : धार्मिक विकार से चालित मुहावरेदार शब्द / DR. MUSAFIR BAITHA
'रामबाण' : धार्मिक विकार से चालित मुहावरेदार शब्द / DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मुक्तक
मुक्तक
दुष्यन्त 'बाबा'
(15)
(15) " वित्तं शरणं " भज ले भैया !
Kishore Nigam
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
Atul "Krishn"
उत्तम देह
उत्तम देह
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मिट्टी बस मिट्टी
मिट्टी बस मिट्टी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
Mahender Singh
जुदाई का एहसास
जुदाई का एहसास
प्रदीप कुमार गुप्ता
मेरी गुड़िया
मेरी गुड़िया
Kanchan Khanna
इंसान इंसानियत को निगल गया है
इंसान इंसानियत को निगल गया है
Bhupendra Rawat
जय भोलेनाथ ।
जय भोलेनाथ ।
Anil Mishra Prahari
कर्म का फल
कर्म का फल
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अलार्म
अलार्म
Dr Parveen Thakur
सबनम की तरहा दिल पे तेरे छा ही जाऊंगा
सबनम की तरहा दिल पे तेरे छा ही जाऊंगा
Anand Sharma
"राजनीति"
Dr. Kishan tandon kranti
#भाई_दूज
#भाई_दूज
*Author प्रणय प्रभात*
गीत मौसम का
गीत मौसम का
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
♥️मां पापा ♥️
♥️मां पापा ♥️
Vandna thakur
आप जब हमको दिखते हैं
आप जब हमको दिखते हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जिस तरीके से तुम हो बुलंदी पे अपने
जिस तरीके से तुम हो बुलंदी पे अपने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नव्य उत्कर्ष
नव्य उत्कर्ष
Dr. Sunita Singh
*पूरी करके देह सब, जाते हैं परलोक【कुंडलिया】*
*पूरी करके देह सब, जाते हैं परलोक【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
बाहर-भीतर
बाहर-भीतर
Dhirendra Singh
Loading...