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16 May 2021 · 1 min read

!! मालिक मेरे !!

!! मालिक मेरे !!

आ गया कैसा समय बेकार है मालिक मेरे,
हर तरफ चीत्कार-हाहाकार है मालिक मेरे।
सूनी गलियाँ सूनी सड़कें हर तरफ छाया अंधेरा,
अब खुशनुमा माहौल की दरकार है मालिक मेरे।

दीपक “दीप” श्रीवास्तव
पालघर, महाराष्ट्र

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 520 Views
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