Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2022 · 1 min read

मालिक तुमसे मिला करूॅं(भक्ति गीत)

मालिक तुमसे मिला करूॅं(भक्ति गीत)
……………………………………
बार-बार मन करता है यह ,मालिक तुमसे मिला करूॅं
(1)
तुमसे मिलने का मतलब है शून्य गगन में जाना
तुमसे मिलने का मतलब खुद से होना अनजाना
तुमसे मिलकर चाह रहा यह ,पूर्ण पुष्प- सा खिला करूॅं
बार-बार मन करता है यह ,मालिक तुमसे मिला करूॅं
(2)
तुमसे मिलना ऐसा जैसे लहर नदी में आई
तुमसे मिलकर कण ने कण-कण की असीमता पाई
मौन रहूॅं मैं तुमसे मिलकर ,न शिकवा न गिला करूॅं
बार-बार मन करता है यह ,मालिक तुमसे मिला करूॅं
————————————————————–
रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर उ.प्र.
मो. 9997 615451

170 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
वक्त का सिलसिला बना परिंदा
वक्त का सिलसिला बना परिंदा
Ravi Shukla
"निगाहें"
Dr. Kishan tandon kranti
आप या तुम
आप या तुम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
खुशी के पल
खुशी के पल
RAKESH RAKESH
चाँद सी चंचल चेहरा🙏
चाँद सी चंचल चेहरा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"अस्थिरं जीवितं लोके अस्थिरे धनयौवने |
Mukul Koushik
ମାଟିରେ କିଛି ନାହିଁ
ମାଟିରେ କିଛି ନାହିଁ
Otteri Selvakumar
🇮🇳🇮🇳*
🇮🇳🇮🇳*"तिरंगा झंडा"* 🇮🇳🇮🇳
Shashi kala vyas
దేవత స్వరూపం గో మాత
దేవత స్వరూపం గో మాత
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
खुशनसीब
खुशनसीब
Bodhisatva kastooriya
25)”हिन्दी भाषा”
25)”हिन्दी भाषा”
Sapna Arora
भीड़ पहचान छीन लेती है
भीड़ पहचान छीन लेती है
Dr fauzia Naseem shad
मेरे कान्हा
मेरे कान्हा
umesh mehra
नारी का क्रोध
नारी का क्रोध
लक्ष्मी सिंह
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
Shweta Soni
23/38.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/38.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अद्भुद भारत देश
अद्भुद भारत देश
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"रिपब्लिक भारत" चैनल
*Author प्रणय प्रभात*
रूप तुम्हारा,  सच्चा सोना
रूप तुम्हारा, सच्चा सोना
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
'तड़प'
'तड़प'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
माईया पधारो घर द्वारे
माईया पधारो घर द्वारे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Outsmart Anxiety
Outsmart Anxiety
पूर्वार्थ
बेटियां अमृत की बूंद..........
बेटियां अमृत की बूंद..........
SATPAL CHAUHAN
दो दिन की जिंदगी है अपना बना ले कोई।
दो दिन की जिंदगी है अपना बना ले कोई।
Phool gufran
पत्नी (दोहावली)
पत्नी (दोहावली)
Subhash Singhai
*रिटायर हो गए तो कौन, साहिब कौन चपरासी (हास्य व्यंग्य मुक्तक
*रिटायर हो गए तो कौन, साहिब कौन चपरासी (हास्य व्यंग्य मुक्तक
Ravi Prakash
न दोस्ती है किसी से न आशनाई है
न दोस्ती है किसी से न आशनाई है
Shivkumar Bilagrami
होली और रंग
होली और रंग
Arti Bhadauria
जीवन तुम्हें जहां ले जाए तुम निर्भय होकर जाओ
जीवन तुम्हें जहां ले जाए तुम निर्भय होकर जाओ
Ms.Ankit Halke jha
बधाई हो बधाई, नये साल की बधाई
बधाई हो बधाई, नये साल की बधाई
gurudeenverma198
Loading...