मायका
मायके कि गलियों मैं,
पैर रखते ही, न जाने क्यों,
मन कुछ हलकासा लगता है|
माँ-बाबा को दरवाजें में देखकर,
आंखें भर आती हैं,
मायके की वो पुरानी यादें,
ताजा हो जाती है|
मायके जाने के बाद किसी बात की
जल्दी नहीं होती,
आराम से उठो, खाओ-पिओ
और गपशप करने बैठ जाओ|
सच में मायका स्वर्ग से सुंदर होता हैं,
कितने भी दिन रहो, मन नहीं भरता हैं|