माफ़ कर ऐ ख़ुदा
क्या, मेरी भी एक खता तू माफ़ करेगा ऐ ख़ुदा,
मिल जाये सुकून की आखिरी सांसें उसकी गोद में,
खुद की खातिर मांग लूं मैं क्या ऐसी दुआं।
क्या, मेरी भी एक खता तू माफ़ करेगा ऐ ख़ुदा,
मिल जाये सुकून की आखिरी सांसें उसकी गोद में,
खुद की खातिर मांग लूं मैं क्या ऐसी दुआं।