मान प्रतिष्ठा को दाग न लगाओ
1.
मान प्रतिष्ठा को दाग न लगाओ
आध्यात्म की शरण में जाओ
जीवन सफल बनाना है तो
संस्कृति, संस्कारों को अपनाओ
2.
मनभावन है उसका रूप सलोना
उसकी कृपा को गुनगुनाओ
वैष्णव जन सा पावन होकर
उस प्रभु की शरण में जाओ
1.
मान प्रतिष्ठा को दाग न लगाओ
आध्यात्म की शरण में जाओ
जीवन सफल बनाना है तो
संस्कृति, संस्कारों को अपनाओ
2.
मनभावन है उसका रूप सलोना
उसकी कृपा को गुनगुनाओ
वैष्णव जन सा पावन होकर
उस प्रभु की शरण में जाओ