माना इतनी आसान नहीं होती हैं जिंदगी
माना इतनी आसान नहीं होती हैं जिंदगी
मगर सब्र तो कर इम्तेहान लेती हैं जिंदगी….
कहानीकार तू ही हैं अपनी कहानी का
मगर ये तो केवल कोरे पन्नों की एक खाली किताब हैं जिंदगी….
तेरी कहानी में जितने भी किरदार है सब बड़े ही वफादार हैं
मगर नए नए अध्याय जोड़ते वक़्त,
पुराने पन्नो के बीच कहीं ये याद बनकर रह जायेंगे….
जीवन की कहानी के नए अध्याय को लिखते वक़्त
कुछ नए किरदार और आएंगे….
बेशक कलम तेरे हाथों में होगी
मगर हाथ लिखने से पहले कभी कभी कपकपाएंगे….
मगर स्याही जब तक खत्म न हो जाए,
जीवन के उन आखिरी पन्नो को बेहद खूबसूरती से लिख जाएंगे….!
– कृष्ण सिंह