Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
राकेश पाठक कठारा
10 Followers
Follow
Report this post
3 May 2022 · 1 min read
मानव तन
पाया है मानव तन तो उपकार कीजिए
भेद भाव भूल सबसे प्यार कीजिए
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
1 Like
· 388 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
All of a sudden, everything feels unfair. You pour yourself
पूर्वार्थ
प्रदर्शन
Sanjay ' शून्य'
ट्रेन का रोमांचित सफर........एक पहली यात्रा
Neeraj Agarwal
कैद है तिरी सूरत आँखों की सियाह-पुतली में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
कवि रमेशराज
स्वयं को संत कहते हैं,किया धन खूब संचित है। बने रहबर वो' दुनिया के
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
🗣️चार लोग क्या कहेंगे
Aisha mohan
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
नसीब की चारदीवारी में कैद,
हिमांशु Kulshrestha
अपनी नज़र में
Dr fauzia Naseem shad
.*यादों के पन्ने.......
Naushaba Suriya
*सीढ़ी चढ़ती और उतरती(बाल कविता)*
Ravi Prakash
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-146 के चयनित दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
4893.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
# कुछ देर तो ठहर जाओ
Koमल कुmari
मोलभाव
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"अतिथि "
Dr. Kishan tandon kranti
सर्जिकल स्ट्राइक
लक्ष्मी सिंह
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
कवि दीपक बवेजा
16)”अनेक रूप माँ स्वरूप”
Sapna Arora
आत्महत्या
Harminder Kaur
“ सर्पराज ” सूबेदार छुछुंदर से नाराज “( व्यंगयात्मक अभिव्यक्ति )
DrLakshman Jha Parimal
सपने असामान्य देखते हो
ruby kumari
राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा
नेताम आर सी
हम करना कुछ चाहते हैं
Sonam Puneet Dubey
#सत्यकथा
*प्रणय*
रामलला
Saraswati Bajpai
थ्हारै सिवा कुण हैं मां म्हारौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
इश्क तू जज़्बात तू।
Rj Anand Prajapati
सागर ने जब जब हैं हद तोड़ी,
Ashwini sharma
Loading...