मानव अधिकार
आल्हा छंद
16/15 पर यति
विषय-मानव अधिकार
जीवन में तज दो सदा स्वार्थ ,रख लो मानवता का मान।
मानव अधिकार है सदा से, परहित जीवन जीना शान।।
रख लो मान सदा पौरुष का, तुम बलवानों के आधार।
लाज धर्म की तुम रख लेना, करना निष्ठा से साकार।।
मानव हो मानवता धारो ,कर लो जीव जगत से प्यार।
जन जीवन से ऊपर उठकर, जानों निज जीवन का सार।।
जात -पात के बंधन तोड़ो ,तोड़ दो हिंसा के पहाड़।
प्रेम धर्म है सबसे ऊॅंचा, मानवता की करो दहाड़।।
मां बहनों की लाज बचाना ,और करो सबका सत्कार।
हाथ शत्रु का उठे कभी जो, करो जोश से खड़ग प्रहार ।।
बाग सुनहरा सजा रहे यह, हरा -भरा रखना करतार ।
हम भारत के भारतवासी ,मान करे सारा संसार।।
ललिता कश्यप जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश