मानक
करनी हो व्याख्या जब गुणवत्ता की,
तुलना किसी दूसरे से समानता की।
कि फलां आदमी दूध का धुला है,
निहायत ही ईमानदार और भला है।
अपनी जुबान से जो अक्सर पलट जाता है,
उसका सुमार गिरगिट की श्रेणी में आता है।
हर काम में जो अक्सर तेजी दिखाता है,
तो उनकी तेजी से चीता भी शर्माता है।
कुत्ता वफादारी का मानक सा लगता है,
ठग वो जो नटवरलाल सा ठगता है।
वक्त के साथ यों अक्सर मानक बदलते हैं,
फिर वो मानक बिन रोक-टोक चलते हैं।
वो अपनी कारगुजारियों में इतना सन गया है
कि फलां तो झूठ का ही मानक बन गया है।