Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2017 · 1 min read

मातृ दिवस पर दोहे

माँ के दिल को पढ लिया,जिसने भी इंसान !
नही जरूरी बाँचना,…गीता और कुरान !!

गुस्से मे भी जब नही,मुझको कहा खराब !
माँकी ममता का तुम्हे,क्या दूँ और हिसाब !!

मेरे अपने आप ही,. बन जाते हैं काम !
माँ के आशीर्वाद का, देख लिय परिणाम !!

माँ से बढ़कर कब हुआ, कोई और मुकाम !
चाहे आवें साथ मे, मिल कर देव तमाम !!

वो चूल्हे की रोटियाँ,…वो अरहर की दाल!
जीवन मे इनका पडा,माँ के बिना अकाल! !

होता है इस भाँति कुछ,माँ का आशीर्वाद!
जैसे माली पेड को,.देता है जल खाद !!

पोंछा था जिनसे कभी,.बचपन मे मुंह गाल !
माँ की पेटी से मिले, ..सारे वही रुमाल !!

ख़त्म रसोई में हुआ , खाना जितनी बार !
माँ ने फांका कर लिया, झूठी मार डकार !!

इसे करिश्मा ही समझ ,कुदरत का इंसान !
माँ को बच्चा गंध से, . .लेता है पहचान !!

इसे करिश्मा ही समझ ,कुदरत का इंसान !
माँ को बच्चा गंध से, . ….लेता है पहचान !!

माँ के आँचल से बड़ा,.. नही दूसरा धाम !
मिलता है जाकर वहीं,बच्चों को आराम !!
रमेश शर्मा.

रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 745 Views

You may also like these posts

छाले पड़ जाए अगर राह चलते
छाले पड़ जाए अगर राह चलते
Neeraj Mishra " नीर "
कौन गीत हम गाईं
कौन गीत हम गाईं
Shekhar Chandra Mitra
खेल
खेल
Sushil chauhan
2815. *पूर्णिका*
2815. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
काँच और पत्थर
काँच और पत्थर
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
ऐश ट्रे   ...
ऐश ट्रे ...
sushil sarna
बेफिक्र अंदाज
बेफिक्र अंदाज
SHAMA PARVEEN
आकर्षण और मुसाफिर
आकर्षण और मुसाफिर
AMRESH KUMAR VERMA
जीवन में जो कुछ भी आप अपने लिए करते हैं, वह आपके जाने के साथ
जीवन में जो कुछ भी आप अपने लिए करते हैं, वह आपके जाने के साथ
ललकार भारद्वाज
त्याग
त्याग
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
*तेरे साथ जीवन*
*तेरे साथ जीवन*
AVINASH (Avi...) MEHRA
किसी ने हमसे कहा कि सरोवर एक ही होता है इसमें हंस मोती ढ़ूँढ़त
किसी ने हमसे कहा कि सरोवर एक ही होता है इसमें हंस मोती ढ़ूँढ़त
Dr. Man Mohan Krishna
"दर्द से दोस्ती"
Dr. Kishan tandon kranti
🙅बस एक सवाल🙅
🙅बस एक सवाल🙅
*प्रणय*
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Mahender Singh
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
छंद मुक्त कविता : अनंत का आचमन
छंद मुक्त कविता : अनंत का आचमन
Sushila joshi
IWIN Club còn là thiên đường cá cược game bài. Tại đây, ngườ
IWIN Club còn là thiên đường cá cược game bài. Tại đây, ngườ
IWIN Club
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*सहकारी युग हिंदी साप्ताहिक के प्रारंभिक पंद्रह वर्ष*
*सहकारी युग हिंदी साप्ताहिक के प्रारंभिक पंद्रह वर्ष*
Ravi Prakash
एक कविता उनके लिए
एक कविता उनके लिए
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
यह देख मेरा मन तड़प उठा ...
यह देख मेरा मन तड़प उठा ...
Sunil Suman
भारत हमारा
भारत हमारा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वंशबेल
वंशबेल
Shiva Awasthi
#आधार
#आधार
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
बदबू से रोवेला गेंदा-गुलाब
बदबू से रोवेला गेंदा-गुलाब
आकाश महेशपुरी
केजरू
केजरू
Sanjay ' शून्य'
तेरे क़दमों पर सर रखकर रोये बहुत थे हम ।
तेरे क़दमों पर सर रखकर रोये बहुत थे हम ।
Phool gufran
अपनी ज़मीन से कर ले तू यारी
अपनी ज़मीन से कर ले तू यारी
Jyoti Roshni
Loading...