माता सिद्धि-प्रदायिनी ,लिए सौम्य मुस्कान
माता सिद्धि-प्रदायिनी ,लिए सौम्य मुस्कान(कुंडलिया)
■■🍂■■■■🍂🍂■■■■🍂■■
माता सिद्धि-प्रदायिनी ,लिए सौम्य मुस्कान
अष्ट – सिद्धि पावन मिले , दो ऐसा वरदान
दो ऐसा वरदान , पूर्णता छा – छा जाए
जग में रहे न काम्य ,तृप्ति भीतर से आए
कहते रवि कविराय ,नमन हे शुभ वरदाता
हों प्रसन्न जग-शक्ति ,जगत की मालिक माता
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
सिद्धियाँ = आठ प्रकार की अलौकिक
शक्तियों को सिद्धियाँ कहते हैं
काम्य = जिस की कामना की जाए
तृप्ति = संतुष्टि
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451