माता रानी दुष्ट जनों पर,पल पल में संहार करें।
गीत – माता रानी दुष्ट जनों को,
पल पल में संहार करें ।
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छाँव सदा ममता को देकर,
निज भक्तों को प्यार करें।
माता रानी दुष्ट जनों को,
पल-पल में संहार करें।
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धर्म धारणी मोक्षदायिनी,
माँ दुर्गा कहलाती है।
भक्त तारणी माँ जगदम्बा,
नित ही पूजी जाती है।
तीनों ताप हरण करती है,
कष्ट सभी हर लेती है।
परम महान बना भक्तों का,
सुख वैभव सब देती है।
जीत दिलाती निज भक्तों को,
कभी नहीं ये हार करें।
माता रानी दुष्ट जनों को,
पल-पल में संहार करें।
//2//
जब जब जग में संकट आया,
शक्ति रूप बन जाती है।
रूप भयंकर जब धरती है,
माँ काली कहलाती हैं।
माता रानी को दुनिया में,
भक्त सभी निज प्यारे है।
कृपा सदा करती है हम पर,
पावन भाग्य हमारे है।
भेद कहाँ करती है माता,
सब पर सम उपकार किया।
माता रानी दुष्ट जनों को,
पल-पल में संहार करें।★★★★★★★★★★★★★★
स्वरचित
डिजेन्द्र कुर्रे, “कोहिनूर”
छत्तीसगढ़(भारत)
8120587822