माटी के दीये
दीपावली की रात
दस गुने प्रदूषित होते हैं !
“हमारा पर्यावरण”
किन्तु मच्छरों
और कीटों से भी
हमें मुक्ति मिलती हैं !
नो बिजली बल्ब,
नो मोमबत्ती !
सिर्फ़ सरसों तेल सनी
बाती लिए
मिट्टी के
दीपकों को जलाएँ
और प्रकाशित
करने के लिए
इन कुम्हारों को
मिठाई बाँटे !