माई
जिंदगी की सिलेट पर कुछ सफ़हे मिटने को है
कहां जाके रोऊँ मेरा पहला प्यार बिछड़ने को है।
सबसे हसीन सबसे जहीन है वो, नौ महीने बड़ा है
जो बांकी सभी प्यार से आज वो प्यार कहरने को है।
नौ महीने सींचा जिसने अपनी सांसों के जोर पे
मेरी सांसों में ही उसकी सांसे अब घुटने को है।
…सिद्धार्थ
मैं सांस लेती हूँ तो तू सुनाई पड़ती है
हर सांस में माई तुझ से दूरी अखरती है ।
…सिद्धार्थ