आंचल में मां के जिंदगी महफूज होती है
मां बड़ी ममतामई बहुत मासूम होती है
होता है दुख संतान को तो मां भी रोती है
मानो हमेशा बात उनकी बात ना टालो
आंचल में मां के जिंदगी महफूज होती है
मां हमें देती खुशी मां ही भाग्य बनाए
मां करे दुलार हमको और लोरी सुनाए
मां रहे भूखी मगर बच्चों को खिलाएं
मां ही अपने बच्चों की तकदीर बनाए
मां नहीं होती बुरी वो बस अच्छी होती है
आंचल में मां के जिंदगी………..
रुठी है अगर मां तो तुम मां को मना लो
पहले पुकारो प्यार से फिर गले लगा लो
मां ही तो सिखाती है हमको जिंदगी जीना
ये जिंदगी अधूरी है सुनो सब मां के बिना
मां से पूछो क्या-क्या वो सपने संजोती है
आंचल में मां के जिंदगी……….
सोचा है क्या होता है अगर मां नहीं होती
मां नहीं होती तो सोचो दुनिया कहां होती
मां के बिना सोचिए कौन चलना सिखाता
मां नहीं होती तो कौन तुम्हे राह दिखाता
क्यों भूलते हो मां तो पहला स्कूल होती है
आंचल में मां के जिंदगी……….
मां हमें देती जन्म और मां पालती हमको
जिंदगी के रंगों में वो सुनो है ढालती हमको
मत भूलो मां ने ही हमको चलना सिखाया
नौ माह रखा गर्भ फिर अपना दूध पिलाया
भूलो ना अपना फर्ज वो नहीं बोझ होती है
आंचल में मां के जिंदगी……….