मां बाप
जो लाखों के बात करते हैं।
उनकी मां बाप की जिंदगी
ओल्डज होम में गुजर जाती है।
मजदूर की जिंदगी तो
मां बाप की सेवा में गुजर
जाती है।
सुशील चौहान
फारबिसगंज अररिया बिहार
जो लाखों के बात करते हैं।
उनकी मां बाप की जिंदगी
ओल्डज होम में गुजर जाती है।
मजदूर की जिंदगी तो
मां बाप की सेवा में गुजर
जाती है।
सुशील चौहान
फारबिसगंज अररिया बिहार