मां बाप के प्यार जैसा कहीं कुछ और नहीं,
मां बाप के प्यार जैसा कहीं कुछ और नहीं,
मुरशिद की दर के सिवा कहीं है ठौर नहीं ।
दिखावटी प्यार के पीछे भाग रहें अब तो लोग।
सच्ची मुहब्बत का आज कल है दौर नहीं।
सतीश शर्मा, लखनऊ,
मां बाप के प्यार जैसा कहीं कुछ और नहीं,
मुरशिद की दर के सिवा कहीं है ठौर नहीं ।
दिखावटी प्यार के पीछे भाग रहें अब तो लोग।
सच्ची मुहब्बत का आज कल है दौर नहीं।
सतीश शर्मा, लखनऊ,