मां तेरे आंचल से बढ़कर कोई मुझे न दांव रहता है।
मां तेरे आंचल से बढ़कर कोई मुझे न दांव रहता है।
जहां हमेशा सुकून धूप न छांव ठहरता है।
जिसमे सदा ही रहती तेज और प्रखरता है।
जो इस गोंद में आकर सो जाता है
उसे ज़माना भारत मां का बेटा शहीद कहता है।
RJ Anand Prajapati