मां चंद्रघंटा
मां चंद्रघंटा
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तृतीय नवरात्र
मां चन्द्रघंटा
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मां के भक्तों को तीसरे नवरात्र की बधाई एवं शुभकामनायें।माँ चंद्रघंटा के मंत्रों का जाप करें और स्तुति करें।
इन नवरात्रों चतुर्थी तिथि का क्षय है; परंतु शाम को आप माँ चंद्रघंटा के साथ माँ कुष्मांडा का ध्यान ॅवं मंत्र जाप अवश्य करें।
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औषध::-
(4) चंद्रघंटा (चंदुसूर) : यह एक ऎसा पौधा है जो धनिए के समान है. यह औषधि मोटापा दूर करने में लाभप्रद है इसलिए इसे चर्महंती भी कहते हैं.।
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मां चंद्रघंटा कें मंत्र::—-
(१)::
1. पिण्डज प्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥
इस मंत्र का जाप 11 बार करें।
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(२)::–चन्द्रघंटा : ऐं श्रीं शक्तयै नम:
अगर इस दिन कन्याओं को खीर, हलवा या स्वादिष्ट मिठाई भेंट की जाए तो मां बेहद प्रसन्न हो जाती हैं। आज के दिन मां चंद्रघंटा को प्रसाद के रूप में गाय के दूध से बनी खीर का भोग लगाया जाता है। ऐसा करने से व्यक्ति हर बाधा से मुक्त हो जाता है