मां के कोख से
मां के कोख से
आई जब इस जहां में,
बिलख बिलख रो रही थी
सोच रही थी कहा आ फंसी
इस दुनिया के चंगुल में,
रावण कंस यहां बसे,
दल दल से घिरे चारों ओर
आंचल में भी नहीं सुरक्षित मैं
अब सोचूं,
क्यों आईं मैं इस घीनोने वन में
मां के कोख से
आई जब इस जहां में,
बिलख बिलख रो रही थी
सोच रही थी कहा आ फंसी
इस दुनिया के चंगुल में,
रावण कंस यहां बसे,
दल दल से घिरे चारों ओर
आंचल में भी नहीं सुरक्षित मैं
अब सोचूं,
क्यों आईं मैं इस घीनोने वन में