मां की वंदना
हे माता, पिता तुम्हारे चरणों में कोटि कोटि नमन है।
अहसान मुझ पर इतना कि, मैं जिंदगी भर लौटा सकता नही।
बस, प्रार्थना और वंदन करता ही रहूं यह एक वचन है।
हे माता मेरी जन्मदात्री ये जीवन तुम्हें समर्पित है।
जब तक रहें यह जीवन,प्राण तुम्हारे लिए अर्पित है।
जीवन में कोई भी गलती हो गई हो मां उसे क्षमा चाहता हूं।
मुझे माफ़ कर देना,हे माता मेरी बार बार वंदन करता हूं।
कितने जन्मों के बाद फिर मुझे मां की गोद मिलेगी।
माता से ज्यादा निश्छल प्यार फिर कभी नहीं मिलेगा।
जय माता जी की।