Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 May 2024 · 1 min read

मां की महत्ता

मुंह से निकली बच्चे के पहली पुकार है “मां”
आदि और अंत संसार का होती है “मां”

आगे जिसके पूरी दुनिया छोटी लगती वो है “मां”
आगे जिसके रिश्ते सारे फीके लगते वो है “मां”

सर्दी, खांसी, जुखाम से बच्चों को बचाती है “मां”
पिता को डांट से बच्चों को बचाती है “मां”

घर परिवार को साथ लेकर चलती है “मां”
पूरे संसार को एक धागे में पिरोकर रखती है “मां”

बच्चो की मुस्कान और पहचान होती है “मां”
बच्चो के सिर का ताज होती है “मां”

आदर्श एक परिवार को बनाती है “मां”
बच्चो को संस्कार सिखाती है “मां

बच्चे के सिर पर ठंडी छाया होती है “मां”
बच्चे की राहों में बिछे फूल होती है “मां”

बच्चो के अच्छे भविष्य के लिए कमाता है “पिता”
बच्चो का अच्छा भविष्य बनाती है “मां”

बच्चे की प्रथम गुरु और भगवान होती है” मां
मंदिर, मस्जिद में भगवान पूजे जाते है
घर-घर पूजी जाती है” मां

धन्य है वो जो कहता भगवान है “मां”
पूजा हरदम है करता भगवान की तरह

मानव नहीं वो दानव है जो परेशान करता है “मां”
वो मानव ही महामानव है जो पूजा करता है “मां”

10 Likes · 51 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
⭕ !! आस्था !!⭕
⭕ !! आस्था !!⭕
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
गाल बजाना ठीक नही है
गाल बजाना ठीक नही है
Vijay kumar Pandey
मधुमाश
मधुमाश
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पलटे नहीं थे हमने
पलटे नहीं थे हमने
Dr fauzia Naseem shad
ले कर मुझे
ले कर मुझे
हिमांशु Kulshrestha
अपनों को दे फायदा ,
अपनों को दे फायदा ,
sushil sarna
Love Night
Love Night
Bidyadhar Mantry
क्रिकेटफैन फैमिली
क्रिकेटफैन फैमिली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मैं लिखता हूं..✍️
मैं लिखता हूं..✍️
Shubham Pandey (S P)
राम से बड़ा राम का नाम
राम से बड़ा राम का नाम
Anil chobisa
बहुत दाम हो गए
बहुत दाम हो गए
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
विदाई गीत
विदाई गीत
Dr Archana Gupta
वार्तालाप अगर चांदी है
वार्तालाप अगर चांदी है
Pankaj Sen
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कवि रमेशराज
जिसका इन्तजार हो उसका दीदार हो जाए,
जिसका इन्तजार हो उसका दीदार हो जाए,
डी. के. निवातिया
चुप रहो
चुप रहो
Sûrëkhâ
निशानी
निशानी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तिरंगा
तिरंगा
लक्ष्मी सिंह
तन्हा -तन्हा
तन्हा -तन्हा
Surinder blackpen
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
कवि दीपक बवेजा
-- धरती फटेगी जरूर --
-- धरती फटेगी जरूर --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
महल चिन नेह का निर्मल, सुघड़ बुनियाद रक्खूँगी।
महल चिन नेह का निर्मल, सुघड़ बुनियाद रक्खूँगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जीवन के पल दो चार
जीवन के पल दो चार
Bodhisatva kastooriya
दर-बदर की ठोकरें जिन्को दिखातीं राह हैं
दर-बदर की ठोकरें जिन्को दिखातीं राह हैं
Manoj Mahato
..
..
*प्रणय प्रभात*
अम्न का पाठ वो पढ़ाते हैं
अम्न का पाठ वो पढ़ाते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
*जहॉं पर हारना तय था, वहॉं हम जीत जाते हैं (हिंदी गजल)*
*जहॉं पर हारना तय था, वहॉं हम जीत जाते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सितारों से सजी संवरी इक आशियाना खरीदा है,
सितारों से सजी संवरी इक आशियाना खरीदा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
23/20.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/20.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...