मां कात्यायिनी
🚩🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️
🙌🚩🔱 मां जगदम्बे🔱हमेशा हमारा आपका मार्गदर्शन करती रहे…,
📖✒️जीवन की पाठशाला 📙
🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹
नवरात्र के छठे दिन मां दुर्गा का स्वरूप:मां कात्यायिनी
नवरात्रि में छठ पर्व के दौरान भी माता कात्यायिनी की पूजा का विधान है- कात्यायिनी को माता दुर्गा का एक रूप माना जाता है…,
-मां दुर्गा की छठी विभूति हैं मां कात्यायनी-शास्त्रों के मुताबिक जो भक्त दुर्गा मां की छठी विभूति कात्यायनी की आराधना करते हैं मां की कृपा उन पर सदैव बनी रहती है- शास्त्रों में माता षष्ठी देवी को भगवान ब्रह्मा की मानस पुत्री माना गया है- इन्हें ही मां कात्यायनी भी कहा गया है, जिनकी पूजा नवरात्रि में षष्ठी तिथि के दिन होती है। षष्ठी देवी मां को ही पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में स्थानीय भाषा में छठ मैया कहते हैं, छठी माता की पूजा का उल्लेख ब्रह्मवैवर्त पुराण में भी मिलता है…,
-उत्तरप्रदेश के मथुरा के निकट वृंदावन के भूतेश्वर स्थान पर माता के गुच्छ और चूड़ामणि गिरे थे- इसकी शक्ति है उमा और भैरव को भूतेश कहते हैं, यहीं पर आद्या कात्यायिनी मंदिर, शक्तिपीठ भी है जहां के बारे में कहा जाता है कि यहां पर माता के केश गिरे थे। वृन्दावन स्थित श्री कात्यायनी पीठ ज्ञात 51 पीठों में से एक अत्यन्त प्राचीन सिद्धपीठ है…,
-विजयादशमी का पर्व माता कात्यायिनी दुर्गा द्वारा महिषासुर का वध करने के कारण मनाया जाता है जो कि श्रीराम के काल के पूर्व से ही प्रचलन में रहा है, इस दिन अस्त्र-शस्त्र और वाहन की पूजा की जाती है…,
मंत्र:ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥
-ऋषि कात्यायन की पुत्री ही कात्यायनी थीं-कात्यायन ऋषि को विश्वामित्रवंशीय कहा गया है- स्कंद पुराण के नागर खंड में कात्यायन को याज्ञवल्क्य का पुत्र बतलाया गया है- उन्होंने ‘श्रौतसूत्र’, ‘गृह्यसूत्र’ आदि की रचना की थी…,
श्लोक:
चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहन।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी ॥
ॐ ह्रीं नम:।।’
-कहते हैं कि सिद्ध संत श्रीश्यामाचरण लाहिड़ीजी महाराज के शिष्य योगी 1008 श्रीयुत स्वामी केशवानन्द ब्रह्मचारी महाराज ने अपनी कठोर साधना द्वारा भगवती के प्रत्यक्ष आदेशानुसार इस लुप्त स्थान पर स्थिति इस श्रीकात्यायनी शक्तिपीठ जो राधाबाग, वृन्दावन नामक पावनतम पवित्र स्थान पर स्थित है का पुर्ननिर्माण कराया था…!
Affirmations:
76.इस साल मै परिवर्तन के लिए मानसिक कार्य करूँगा …,
77.मै सारी जीवित वस्तुओं से जुड़ा हुआ हूं…,
78.मै जीवन में नए द्वारा खोलता हूं…,
79.मेरे सब अनुभव मेरे लिए सही है…,
80.मै दूसरे लोगों को उन्ही की तरह रहने देता हूँ.. ,
बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गई की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
🙏सुप्रभात 🌹
आपका दिन शुभ हो
विकास शर्मा'”शिवाया”
🔱जयपुर -राजस्थान 🔱