*मांसाहारी अर्थ है, बनना हिंसक क्रूर (कुंडलिया)*
मांसाहारी अर्थ है, बनना हिंसक क्रूर (कुंडलिया)
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मांसाहारी अर्थ है, बनना हिंसक क्रूर
दया प्रेम सद्भावना, रहती उससे दूर
रहती उससे दूर, आत्म कब पशु में पाता
पर-पीड़ा में मग्न, मूक को सदा सताता
कहते रवि कविराय, मांस का सेवन जारी
फल-सब्जी को छोड़, भ्रमित जन मांसाहारी
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997 61 5451