माँ
(अरुण कुमार प्रसाद)
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रोती है माँएँ।
संतान वास्ते अति।
जन्म देकर।
खोती है माँएँ।
अपना सुख चैन।
सोती है माँएँ।
अधूरी नींद।
तनिक सी पीड़ा से।
संतान की वे ।
चौंकती माँएँ।
सुख मांगती ।
देवता,गुंसाई से।
प्रतिदिन ही।
याचती माँएँ।
सुख,समृद्धि,खुशी।
बाँचती माँएँ।
संस्कार की कथाएँ ।
ऊंच-नीच भी।
समझाती माँएँ।
माँ होती माँएँ।
हर दिन,हर पल।
संतान की सेविका।
संतान की शिक्षिका।
संतान का आदर्श।
संतान का लक्ष्य।
आकांक्षा, संतान की ।
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