माँ
जो रुला कर खुद रोड है
वह है मेरी माँ
जो लबों से सिर्फ दुआएं देती है
वह है मेरी माँ
जो खुद को ना सवार कर अपने बच्चों को सवारती है
वह है मेरी माँ
गमों के बादल बिछे हो पर अपने बांहों मै समा लेती है
वो है मेरी माँ
अंजली ✍️
जो रुला कर खुद रोड है
वह है मेरी माँ
जो लबों से सिर्फ दुआएं देती है
वह है मेरी माँ
जो खुद को ना सवार कर अपने बच्चों को सवारती है
वह है मेरी माँ
गमों के बादल बिछे हो पर अपने बांहों मै समा लेती है
वो है मेरी माँ
अंजली ✍️