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29 May 2021 · 1 min read

माँ

जो रुला कर खुद रोड है
वह है मेरी माँ
जो लबों से सिर्फ दुआएं देती है
वह है मेरी माँ
जो खुद को ना सवार कर अपने बच्चों को सवारती है
वह है मेरी माँ
गमों के बादल बिछे हो पर अपने बांहों मै समा लेती है
वो है मेरी माँ

अंजली ✍️

Language: Hindi
1 Like · 628 Views
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