माँ
लिए हक़ीक़त का अहसास सी ।
ओ माँ तू बड़ी ख़ास ख़ास सी ।
मिलता है सुकूँ तेरे आँचल में ,
तेरी हँसी में सारी कायनात सी ।
…. विवेक दुबे”निश्चल”@….
लिए हक़ीक़त का अहसास सी ।
ओ माँ तू बड़ी ख़ास ख़ास सी ।
मिलता है सुकूँ तेरे आँचल में ,
तेरी हँसी में सारी कायनात सी ।
…. विवेक दुबे”निश्चल”@….