Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2018 · 1 min read

माँ से बिछड़कर जायें कहाँ

तुझसे बिछड़कर जायें कहाँ?

माँ के आँचल से बिछड़कर जायेंगे कहाँ,
माँ के जैसा दूजा नही कोई है यहाँ।।।

माँ की छत्र छाया सदा मैं पाती रहूँ,
माँ के साथ दुनिया में खुशियों के संग रहती रहूँ।।

माँ शब्द से ही मुझें भगवान के दर्शन हो जाते है,
माँ की ममता पाकर भी दुष्ट कपूत भी सपूत हो जाते है।

माँ का जब आशीष मिल जाता है मुझें,
फिर नही कोई दुःख सताता है मुझें।।।

जिनकी माँ नही होती उनसे पूछो माँ का दर्द क्या होता है।
घुटन भरी जिंदगी से मन बहुत दुःख झेलकर सोता है।

माना कि विधाता ने सबको एक जैसा नही बनाया,
माँ की जिसको मिलती रहमत तो उज्जवल हो जाती है काया।।।।

सोनू करलो ममतामयी माँ का जीवन भर गुणगान,
दुनिया मे मिलता रहेगा सदा तुझे सम्मान।।।।

मत करो माँ- बाप का कोई भी तिरस्कार,
जन्नत सी दुनिया मे आने का जिसने दिया है हम सबको अधिकार।।।।।

रचनाकार गायत्री सोनू जैन मंदसौर
कॉपीराइट सुरक्षित

Language: Hindi
385 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3769.💐 *पूर्णिका* 💐
3769.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ग़़ज़ल
ग़़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
न रंग  था न  रूप  था  खरीददार  थे मिले।
न रंग था न रूप था खरीददार थे मिले।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आप से दर्दे जुबानी क्या कहें।
आप से दर्दे जुबानी क्या कहें।
सत्य कुमार प्रेमी
#विषय गोचरी का महत्व
#विषय गोचरी का महत्व
Radheshyam Khatik
कोई किसी से सुंदरता में नहीं कभी कम होता है
कोई किसी से सुंदरता में नहीं कभी कम होता है
Shweta Soni
✍️ रागी के दोहे ✍️
✍️ रागी के दोहे ✍️
राधेश्याम "रागी"
दो पाटन की चक्की
दो पाटन की चक्की
Harminder Kaur
कुसुमित जग की डार...
कुसुमित जग की डार...
डॉ.सीमा अग्रवाल
@@ पंजाब मेरा @@
@@ पंजाब मेरा @@
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हारने से पहले कोई हरा नहीं सकता
हारने से पहले कोई हरा नहीं सकता
कवि दीपक बवेजा
दीपावली
दीपावली
Deepali Kalra
मर्यादित आचरण व बड़ों का सम्मान सही है,
मर्यादित आचरण व बड़ों का सम्मान सही है,
Ajit Kumar "Karn"
दुआ किसी को अगर देती है
दुआ किसी को अगर देती है
प्रेमदास वसु सुरेखा
The engulfing darkness and the silence stretched too long,
The engulfing darkness and the silence stretched too long,
Manisha Manjari
यह कहते हुए मुझको गर्व होता है
यह कहते हुए मुझको गर्व होता है
gurudeenverma198
*बाल काले न करने के फायदे(हास्य व्यंग्य)*
*बाल काले न करने के फायदे(हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
मेरी मौजूदगी बस हमारी सांसों तक है।
मेरी मौजूदगी बस हमारी सांसों तक है।
Rj Anand Prajapati
इल्म हुआ जब इश्क का,
इल्म हुआ जब इश्क का,
sushil sarna
■ 24 घण्टे चौधराहट।
■ 24 घण्टे चौधराहट।
*प्रणय प्रभात*
सांत्वना
सांत्वना
भरत कुमार सोलंकी
मेरा दिल अंदर तक सहम गया..!!
मेरा दिल अंदर तक सहम गया..!!
Ravi Betulwala
काश ! लोग यह समझ पाते कि रिश्ते मनःस्थिति के ख्याल रखने हेतु
काश ! लोग यह समझ पाते कि रिश्ते मनःस्थिति के ख्याल रखने हेतु
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
#विषय:- पुरूषोत्तम राम
#विषय:- पुरूषोत्तम राम
Pratibha Pandey
तिनका
तिनका
Dr. Kishan tandon kranti
उस के धागों में दिल के ख़ज़ाने निहाँ
उस के धागों में दिल के ख़ज़ाने निहाँ
पूर्वार्थ
मेरे हाथों से छूट गई वो नाजुक सी डोर,
मेरे हाथों से छूट गई वो नाजुक सी डोर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भाग्य मे जो नहीं होता है उसके लिए आप कितना भी कोशिश कर लो वो
भाग्य मे जो नहीं होता है उसके लिए आप कितना भी कोशिश कर लो वो
रुपेश कुमार
मैं सोचता हूँ आखिर कौन हूॅ॑ मैं
मैं सोचता हूँ आखिर कौन हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
Loading...