माँ शेरावली है आनेवाली
मची है धूम हमारे घर में, माँ शेरावली है आनेवाली।
कटेगी जीवन हसीं खुशी से, मिटेगी पलभर में कष्ट सारी।।
सजाकर फूल डाली में, जा तू लेकर आ रे माली
आ रही ममता की सागर, उनकी महिमा बड़ी भारी
माँ के शरणों में जो आए, लौट के जाए ना खाली
करेंगे पूजा सब मिलकर, पुजारी बनके नर नारी।
बड़ी खुशी होगी जीवन में, माँ मेहरा वाली है आनेवाली।।
दयालु माँ से बढ़कर ना, और कोई है इस जग में
आएगी होती है जिनकी, जय जयकार घर घर में
माँ की दर्शन मिल जाने से, तृप्त जीवन ये होता है
दया जिसपर कर देती माँ, वो किस्मत वाला होता है।
टिकी है जिस पर ये दुनियाँ सारी,माँ ज्योता वाली है आनेवाली।।
✍️ बसंत भगवान राय
(धुन: तुम्हारे साजन है आनेवाले)