माँ भारती सी पूज्य गंगे मातु जल तुम धारतीं, स्वच्छता संकल्प ले हम सब उतारें आरती।
गंगा मइया
माँ भारती सी पूज्य गंगे मातु जल तुम धारतीं,
स्वच्छता संकल्प ले हम सब उतारें आरती,
पावन हमारे मन रहें,हम स्वच्छता का वृत धरें,
भागीरथी वरदान दो माँ दिव्य तेरा जल भरें,
रोकें, न दूषित जल करें, हम सब अमल इस पर करें,
मातु तुम जीवन प्रदायिन कृषक भाग्य संवारती,
स्वच्छता संकल्प ले हम सब उतारें आरती।
पूज्य पूर्वज तृप्त कर हर्षित भगीरथ थे हुए,
हे देवनदि सौभाग्यशाली हम तुम्हें पाकर हुए,
आज फिर उस पूर्व गौरव को सभी चिन्तित हुए,
जल लिए निर्मल सदा कल कल रहो उच्चारतीं,
स्वच्छता संकल्प ले हम सब उतारें आरती।
अनुराग दीक्षित