माँ तेरा ना होना
|माँतेरा ना होना तब मुझे सताएगा |
जब दुनिया उपहास उड़ाएगा, मातृ दिवस जब आएगा|
माँतेरा ना होना तब मझे सताएगा | कदम – कदम पर दर्द होगा
होगा , जब कोई नहीं हमदद[होगा|
ये सोच मन निराश होगा , कोई न मेरे पास होगा |
न जानेकै सा एहसास होगा , देखनेका तुझे प्यास होगा|
जब कोई नहीं अपनाएगा
माँतेरा ना होना तब मुझे सताएगा |
बेशक ͧसितारे चमकेंगे , ख़ुशी सेमन मचलेगा |
पर ख़ुशी ये किस काम का , रहेगी बस नाम का |
नाते सारे दिखेंगे , पर माते तू ना नजर आएगी |
अपने उस पापी पुत्र , को दंडित करने भी ना आएगी | मन क्षमा याचना ͧलिए , मन तेरा शीघ्र जाना अवगत कराएगा | माँ तेरा
ना होना तब मझे सताएगा |