माँ चंद्र घंटा
पूजा तीजे रूप की, हैं चॅंद्रघंटा मात ।
सोने जैसा रंग है, अनुपम इनकी बात।।
अनुपम इनकी बात, चंद्रमा सोहे आधा ।
होके सिंह सवार, दूर करतीं सब बाधा ।।
करूँ ‘वन्दना’ मात, साधना ना हो दूजा।
शस्त्र विभूषित आप, घरों में होती पूजा।।
वन्दना नामदेव