Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Nov 2019 · 1 min read

माँ कौशल्या

माँ ममता की खान हैं!
माँ दूजा भगवान् हैं !!
माँ की महिमा अपरम्पार ,
माँ श्रेष्ठ और महान हैं !!!

माँ कविता ,माँ हैं कहानी !
माँ हैं गीता की जुबानी !!
माँ तो सिर्फ माँ ही हैं ,
न हिन्दुस्तानी ,न पाकिस्तानी !!!

माँ हैं फूलों की बहार !
माँ सरस सुरीली सितार !!
माँ ताल हैं ;माँ लय हैं ,
माँ हैं जीवन की झंकार !!!

माँ वेद हैं ,माँ ही गीता !
माँ बिन ये जग रीता !!
माँ ,काली माँ सरस्वती ,
माँ कौशल्या, माँ सीता !!!

✍ सत्यवान सौरभ

ईमेल: satywanverma333@gmail.com
कांटेक्ट: परी वाटिका, कौशल्या भवन , बरवा (सिवानी) भिवानी, हरयाणा – 127045
मोबाइल :9466526148,01255281381

Language: Hindi
10 Likes · 9 Comments · 228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ये उदास शाम
ये उदास शाम
shabina. Naaz
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
डॉ० रोहित कौशिक
ज़िंदगी में बेहतर
ज़िंदगी में बेहतर
Dr fauzia Naseem shad
* आओ ध्यान करें *
* आओ ध्यान करें *
surenderpal vaidya
कभी कभी
कभी कभी
Shweta Soni
*जातक या संसार मा*
*जातक या संसार मा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दृढ़
दृढ़
Sanjay ' शून्य'
प्रीत निभाना
प्रीत निभाना
Pratibha Pandey
लेखनी चले कलमकार की
लेखनी चले कलमकार की
Harminder Kaur
*तानाशाहों को जब देखा, डरते अच्छा लगता है 【हिंदी गजल/गीतिका】
*तानाशाहों को जब देखा, डरते अच्छा लगता है 【हिंदी गजल/गीतिका】
Ravi Prakash
बेअदब कलम
बेअदब कलम
AJAY PRASAD
विश्वास
विश्वास
विजय कुमार अग्रवाल
"तुम्हारी चाहतों ने ख़्वाब छीने, नींद तक छीनीं,
*Author प्रणय प्रभात*
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
ओसमणी साहू 'ओश'
बचपन में थे सवा शेर
बचपन में थे सवा शेर
VINOD CHAUHAN
स्त्री यानी
स्त्री यानी
पूर्वार्थ
"ऐतबार"
Dr. Kishan tandon kranti
मेनका की ‘मी टू’
मेनका की ‘मी टू’
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तू कहीं दूर भी मुस्करा दे अगर,
तू कहीं दूर भी मुस्करा दे अगर,
Satish Srijan
जिंदगी में रंग भरना आ गया
जिंदगी में रंग भरना आ गया
Surinder blackpen
2819. *पूर्णिका*
2819. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मातृभूमि पर तू अपना सर्वस्व वार दे
मातृभूमि पर तू अपना सर्वस्व वार दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*
*"परछाई"*
Shashi kala vyas
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जरूरी तो नहीं
जरूरी तो नहीं
Madhavi Srivastava
जब अपने ही कदम उलझने लगे अपने पैरो में
जब अपने ही कदम उलझने लगे अपने पैरो में
'अशांत' शेखर
अपनी तो मोहब्बत की इतनी कहानी
अपनी तो मोहब्बत की इतनी कहानी
AVINASH (Avi...) MEHRA
तेरी फ़ितरत, तेरी कुदरत
तेरी फ़ितरत, तेरी कुदरत
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दिल के दरवाज़े
दिल के दरवाज़े
Bodhisatva kastooriya
सफ़र आसान हो जाए मिले दोस्त ज़बर कोई
सफ़र आसान हो जाए मिले दोस्त ज़बर कोई
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...