माँ की अभिलाषा
लाल तू भी काम आजा
वीरता की जंग में।
नाम तू अपना लिखा दे
भारती की जंग में।
ज़िंदगी तो मातृ-भू की
नेमतों की देन है।
क्यों न माँ पे ही लुटादे
मातृ-भू की जंग में।
लाल तू भी काम आजा
वीरता की जंग में।
नाम तू अपना लिखा दे
भारती की जंग में।
ज़िंदगी तो मातृ-भू की
नेमतों की देन है।
क्यों न माँ पे ही लुटादे
मातृ-भू की जंग में।