माँ अपने बेटे से कहती है :-
माँ अपने बेटे से कहती है :-
पाकर तुमको खद को भूल गई ,
सब खो कर तुम को पाया है |
तुम याद रखो मेरी सूरत ,
मैंने ही तुम को बनाया है
भूलोगे कैसे मुझको ,
इन हाथ से निवाला खिलाया है
जिस माया के मद में चुर हो (बेटा )
जन्म दाता से नजारे जो तुमने फेरि है
ये गलती हमारी है जो इस काबिल तुमको बनाया है |