महीमा जगत में व्याप्त मां के नैं करु एना किलोल
मुखरा
महीमा जगत में व्याप्त मां के,नै करु एना किलोल
एती एही ठाम मैया लगाबु जयकार में जोड़
बाजू जय माता दी बाजू जय माता दी-२
ऊंच पहाड़ पर मां के बसेरा तेकर रखवार शेर
बिन मांगल सब किछ भेटै छैई होय नै छैई देर
विपता कैहके मां के सुनावी
बाजु जय माता दी बाजू जय माता दी
राज नै कोनो मां से छुपल, छुपल नै कोनो लाचारी
कर्मठ रहूं कर्म पर अपना,पुरा करथिन्ह शेरावाली
सबके महिमा मां के बतावी
बाजू जय माता दी बाजू जय माता दी
विधीवत विकास पुजा कके मां से वरदान लेलक
मां के स्नेह के छाह में रौशन मां गुणगान लिखलक
सब भक आरती उतारी
बाजु जय माता दी बाजू जय माता दी
गीतकार – रौशन राय
तारीख-20-09-2021
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