महिला दिवस
अरे कल था 8 मार्च,
मैं तो भूल ही गई,
कल था हमारा (महिला )दिवस,
चलिए महिलाओं अपने -अपने,
काम पर लग जाओ,
तू वहीं है जो,
हमदर्दी का पात्र है,
बेबसी, मजबूरी, लाचारी,
पीड़ित कही जा रही है,
पर रे मन तू तो मजबूत है,
उठ ख़डी हो,
वो तेरे साथ है,
जिंदगी भर देगा, तेरा साथ,
दे तो उसको अपना हाथ,
नहीं छलेगा वह तुझे,
कर तू विश्वास……. 🙏🙏