महाविभूति
बामुश्किल जन्मती हैं
ऐसी महाविभूतियाँ,
युगों-युगों पर्यन्त पूजी
जाएँ जिनकी मूर्तियाँ|
संत पेरियार, बाबा अम्बेडकर,
संत रैदास,
साहब कांशीराम शाह,
फुले, बुद्ध-सी हस्तियाँ||
आज भी कुर्बानियों का
दौर है मयंक,
झौंक दे स्व अधिकारों
की खातिर,
उजड़ने न पाएँ बसाई
साहेब-दिल-ए-बस्तियाँ||
✍के.आर.परमाल ‘मयंक’