महाराष्ट्र की राजनीति
मेरी कलम से…
आनन्द कुमार
हे “देवेन्द्र” ये क्या हो रहा है
“एकनाथ” क्यों शिकार है
“शिव” की “सेना” आज भी मज़बूत है
बीच डगर में “पवार” है
“महा” “राष्ट्र” के चक्कर में
राजनीति की पतवार है
दांव पर दांव लगते जा रहे हैं
आख़िर किसके “हाथ” सरकार है
बहुत संभल कर बहुत बच के रहना
अबकि बहुत गोल-माल है…