-महाराणा प्रताप
हल्दीघाटी में आज भी महाराणा प्रताप जी का नाम गूंजता,
मातृभूमि के प्रति लगाव शौर्य का ओजस्वी प्रभाव था,
उन्नत भाल चौड़ी छाती
कितने कष्टों को सहकर,संघर्ष रत रहकर
अपनी जान की परवाह नहीं कर,
हाथ में भाला संग चेतक लेकर,
उतरते रणभूमि में हंसकर,
सिंहासन की नहीं थी चाहत,
सत्यवक्ता, दृढ़ निश्चयी,एंकलिग जी को दिल में धार।
राजस्थान की शान है वह भारत का वीर महाराणा प्रताप।
-सीमा गुप्ता,अलवर राजस्थान