महामना मदन मोहन मालवीय
भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय –
नैतिकता मर्यदा का युग श्रेष्ठ प्रमाण ।
विनम्रता योग्यता आचरण संस्कृति अनुग्रह अनुष्ठान
जन्म जीवन का बोध सत्य महान।।
जीवन पथ के संघर्षो का स्वंय चुनांव भरत भारत का स्वर शंख नाद।।
कानून विद पत्रकार भारत स्वतंत्रता संग्राम मनीषि त्यागी तपसी बैरागी।।
युग का बड़ा भिखारी स्वतंत्रता कि सच्चाई सरस्वती का सेवक ब्रह्म तत्व वेत्ता इतिहास पुरूष काल पुरुष ।।
मालवा का मालवीय नव सूर्योदय चेतना का महामना भारत के जन जन का आकर्षण मोहन।।
स्वतंत्रता के मतवाले चौरी चौरा कांड के अभियुक्तों के पक्षकार।।
न्याय युद्ध के सारथी महारथी मदन स्वतंत्रता संग्राम के विनम्र दृढ़ अडिग चट्टान।।
सागर सा गहरा चित्त शांत राष्ट्र भक्ति निष्ठा ईमानदार ।।
जीवन का पल पल भारत कि स्वतंत्रता का विजयी विश्व भाव।।
भारत रत्न महामना युग पुरुष पराक्रम चेतना जागृत कि मिशाल मशाल।।
भरत भारत का वर्तमान नतमस्तक हो चिंतक शिल्पी सारथी महारथी पत्रकार कानून विद निष्ठा ईमानदारी का धन्य धरोहर है मन ओज मदन मन आकर्षक मोहन मालवा पराक्रम मानवीय को करता शत शत नमन।।
शिक्षा के मन्दिर देवालय के शिल्पी काशी विद्वत गौरव को कोटि कोटि प्रणाम।।
नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उतर प्रदेश।।