महाभुजंगप्रयात सवैया
आधार छन्द- “महाभुजंगप्रयात’ (मापनीयुक्त वर्णिक, 24 वर्ण)
वर्णिक मापनी- लगागा लगागा लगागा लगागा लगागा लगागा लगागा लगागा
महाभुजंगप्रयात = ल(गागाल गागाल गागाल गागाल गागाल गागाल गागाल गा)गा
महाभुजंगप्रयात = ल + मंदारमाला + गा
पिंगल सूत्र- य 8
सभी हैं लताड़ें दुहाई न माने,बनाके बहाना किनारा दिखाना।
लिये है गरीबी हजारों दिवारें,न कोई ठिकाना न कोई फ़साना।
बिछौना जमा के जमीं का सुहाना,मिला जो निवाला खुशी का खजाना।
कहानी यही दोहरा के पुरानी ,थमा जिंदगी का हमारा तराना॥
_________________अलका गुप्ता ‘भारती’__