महापाप
वह आसानी से
बच सकते थे पर
उन्हें बचाने की कोई कोशिश
नहीं करी गई
उन्हें बेवजह मार दिया गया
अपने ही जन्मदाता को
मारकर आखिर
उसने क्या पा लिया और
फिर आसमान छूता
आत्मविश्वास तो देखो
खुद को जरूरत से ज्यादा
होशियार समझता है
अब इतने बड़े महामूर्ख को
भगवान भी कैसे समझाये कि
यह कृत्य तो उसने महापाप से भी
बढ़कर करा
उसे लगता है कि
कल मरते तो
आज मार भी दिया तो
क्या फर्क पड़ता है
जो इस दुनिया में आया है
वह एक न एक दिन तो जायेगा
थोड़ा सा पहले रवाना कर दिया तो
इसमें क्या बुरा है
जो अपने मां बाप का सगा नहीं
वह किसी का क्या भला करेगा
ऐसी विकृत मानसिकता लिए
आखिर कब तक
अपने जीवन का निर्वाह करेगा।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001