*महादेव *
*महादेव *
हे देवों के देव महादेव!
तुम ही सत्य हो
तुम ही शिव हो
तुम ही सुंदर हो
हर-हर महादेव ।
तूने पिया विष हलाहल
हमसब को दिया अमृत
नीलकंठ कहलाते हो
हर-हर महादेव ।
जटा में गंगा विराजे
मस्तक पे चंद्र शोभे
त्रिपुरारि कहलाते हो
हर-हर महादेव ।
गले में शोभे काली नाग
हाथों में है डमरू व त्रिशूल
महाकाल कहलाते हो
हर-हर महादेव ।
तन पे भसम रमा के
मुंडमाल हार पहनके
औघरदानी कहलाते हो
हर-हर महादेव ।
सति संग ब्याह रचायो
गजानन के पिता कहायो
उमापति शंकर कहलाते हो
हर-हर महादेव ।
भक्तों के हो रक्षक
दुष्टों के हो संहारक
त्रिनेत्रधारी कहलाते हो
हर -हर महादेव ।