***महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती***
***महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती***
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महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ,
समाज सुधारक का यश गान सुनाओ।
चिमनाबाई की कोख का राज दुलारा,
पिता गोविंद राव की आँखों का तारा,
खानवाड़ी की धरती पर आन पधारो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।
पेशे से कुटुंबी थे फूलों के कारोबारी,
माला गजरे बनाकर बेचते थे व्यापारी,
फूलों से ही फुले नाम कुल ने ध्यायो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।
प्राम्भिक – शिक्षा मराठी भाषा में पाई,
जाति भेद-भाव ने शिक्षा बीच छुड़ाई,
हिम्मत न हारी विद्या धन खूब कमाओ।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।
जीवन-संगिनी समाज सेविका यशस्वी,
साथ निभाया जीवन-भर बन तपस्वी,
सावित्री बाई फुले जीवन-साथी पायो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।
दलित समुदाय का बहुत उत्थान किया,
महिलाओं के लिए भी खूब काम किया,
जाति व्यवस्था का घोर जहर मिटायो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।
बहुमुखी प्रतिभा के वो धनी बहुत थे,
समाज हितकारी और लेखक गजब थे,
सत्य शोधक बन कर समाज सजायो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।
पति-पत्नी की जोड़ी थी बहुत निराली,
दोनों ने मिल कर समाज सेवा संभाली,
स्वयंसेवी बल पे महात्मा उपाधि पायो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।
जन सेवा पर मनसीरत जाए बलिहारी,
नारी भलाई के लिए लड़ी बड़ी लड़ाई,
दार्शनिक विचारक बहुत ज्ञान समायो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।
समाज-सुधारक का यश गान सुनाओ।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैंथल)